स पोस्ट का शिवसेना से संबंध नहीं है।
एक पुरानी कहानी है, एक बार एक मच्छर कहीं जा रहा था,अचानक ही रास्ते में तूफान आ गया और मच्छर एक पेड़ से लिपट गया। थोड़ी देर बाद जब तूफान थमा, तो मच्छर अपना पसीना पोंछते हुए बोला. आज अगर मैं नहीं होता, तो न जाने इस पेड़ का क्या होता।
.
.
P.S. - इस पोस्ट का शिवसेना से संबंध नहीं है